पुलिस डंडा गाड़ने का विरोध क्यों कर रही थी?
मित्र उस समय भारत पर अंग्रेजो का शासन था। भरतीय उनके गुलाम थे। तत्कालीन पुलिस भी अंग्रेज़ों के दवाब में कार्य करती थी। 26 जनवरी 1931 को कलकत्ता में लोग स्वतंत्रता दिवस के प्रतीक के रूप में झंड़ा फहरा रहे थे। अंग्रेज़ों को भारतीय की उस मंशा को पूरा न होने देने के लिए पुलिस को कड़े आदेश दिए गए थे। जो भी कार्यकर्ता झंड़ा फहराता उसे पुलिस की बर्बरता का शिकार होना पड़ता।