'जब तक हम लोगों के शरीर में रक्त रहेगा तब तक कानपुर में अंग्रेजो के हत्याकांड का बदला लेना हम लोग ना भूलेंगे'- यह पंक्तियां किसने किसको कही है?

मित्र यह पंक्तियाँ उस समय लंदन के सुप्रसिद्ध 'टाइम्स' पत्र में छपी थीं। यह लेख नाना साहब के प्रति क्रोध को प्रकट करने के लिए छापा गया था। यह पंक्तियाँ समस्त अंग्रेज जाति की ओर से उन सभी क्रांतिकारियों के लिए कही गई है जिन्होंने 1857 की क्रांति में अंग्रेज़ों के विरूद्ध आवाज़ उठाई। 

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