i need a essay about
jeewan me dutkar jeewan kare bekar
jeewan me dular jeewan kare satkar
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मित्र हम आपको इस विषय पर कुछ पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। इसे आप स्वयं विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें-
बचपन मनुष्य का ऐसा काल है, जो उसके भविष्य की रचना करता है। यदि उसे इस समय सही देखभाल और प्यार-दुलार मिले तो उसका सही मानसिक विकास होता है। इससे बच्चा होशियार और समझदार बनता है। उसे जीवन में अपनो का महत्व पता चलता है और वह भविष्य में उनके प्रति भावनात्मक रूप से जुड़ जाता है। वह प्रयास करता है कि वह अपनो की उम्मीदों पर खरा उतरे। ऐसे बच्चे बहुत प्रगति करते हैं। परन्तु जिन बच्चों को बचपन में सही देखभाल और प्यार दुलार के नाम पर मार-पीट तथा दुत्कार मिलती है। उनका मानसिक विकास नहीं हो पाता है। इस प्रकार से बड़े हुए बच्चे उद्दंड और जिद्दी बनते हैं। इसकी छाप उम्रभर दिखाई देती है। इसलिए कहा गया है कि जीवन में दुत्कार जीवन करे बेकार और जीवन में दुलार जीवन करे साकार।