i want a poem on bal sharm (child labour) Share with your friends Share 0 Savitri Bisht answered this हमारे मित्र ने बहुत अच्छी कविता दी है। यह आपकी सहायता कर सकती है। 0 View Full Answer Pooja Aggarwal answered this आज जब छोटू को होटल में प्लेट धोते देखा अपने बचपन के उसी समय में झांक कर मैंने देखारोज नए चमचमाते बर्तनों में मिल जाता था मुझे मनचाहा खाना नहीं सोचा कभी भीकैसे चमकते हैं ये बर्तन रोजानाश्रम मेरे लिए होता था बस अपना स्कूल बैग स्कूल ले जाना और दोस्तों के साथ खेलते - खेलते थक जानाकागज के नोट तब समझ में न आते थेपिग्गी बैंक में बस सिक्के ही छनछ्नाते थेमेहनत का फल होता है मीठा माँ ने मुझे सिखाया था पर मेहनत का मतलब बस पढ़ना ही तो बताया थाक्यों छोटू का बचपन, नहीं है बचपन जैसा काश! न होता इस दुनिया में कोई बच्चा ऐसा. 2