"बुजुर्गों द्वारा दी गई सीख बच्चों के भविष्य निर्माण में सहायक होती हैI" 'अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले' पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
हमारे बड़े हमें जो सीख देते हैं, वह हमारे भविष्य निर्माण में बहुत सहायक होती है। उनकी सीख का आधार अनुभव होते हैं। वे अनुभवों के आधार पर ही हमें सीख देते हैं। अतः उनकी सीख में गलत की गुंजाइश नहीं होती है। हमारे बुजुर्ग पहले से ही जानते हैं कि प्रकृति के बिना हम नहीं है। अतः वे हमें कदम-कदम पर प्रकृति को संभालने के लिए कहते हैं। यदि हम उनकी सलाह पर चलते, तो आज प्रकृति असंतुलन नहीं होता है। अतः उनकी सलाह हमेशा अच्छी और हमारे भविष्य के लिए कारगर होती है।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
हमारे बड़े हमें जो सीख देते हैं, वह हमारे भविष्य निर्माण में बहुत सहायक होती है। उनकी सीख का आधार अनुभव होते हैं। वे अनुभवों के आधार पर ही हमें सीख देते हैं। अतः उनकी सीख में गलत की गुंजाइश नहीं होती है। हमारे बुजुर्ग पहले से ही जानते हैं कि प्रकृति के बिना हम नहीं है। अतः वे हमें कदम-कदम पर प्रकृति को संभालने के लिए कहते हैं। यदि हम उनकी सलाह पर चलते, तो आज प्रकृति असंतुलन नहीं होता है। अतः उनकी सलाह हमेशा अच्छी और हमारे भविष्य के लिए कारगर होती है।