अवधी भाषा के विशेषताएं बताइए I
मित्र हम आपको कुछ विशेषताएँ लिखकर दे रहे हैं। कृपया अन्य आप स्वयं लिखने का प्रयास करें।
अवधी भाषा का जन्म अर्धमागधी से हुआ है। तथा अयोध्या में बोले जाने के कारण इसका नाम अवधी पड़ा। यह हिन्दी भाषा की एक बोली। इसे उत्तर प्रदेश के फतेहपुर, जौनपुर आदि जगहों में बोली जाती है।
इस बोली की सबसे बड़ी विशेषता है, इसका साहित्य। प्रसिद्ध कवि तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना इसी बोली में की है। इसके अतिरिक्त जायसी की पद्मावत इस बोली में ही लिखी गई है।..................
अवधी भाषा का जन्म अर्धमागधी से हुआ है। तथा अयोध्या में बोले जाने के कारण इसका नाम अवधी पड़ा। यह हिन्दी भाषा की एक बोली। इसे उत्तर प्रदेश के फतेहपुर, जौनपुर आदि जगहों में बोली जाती है।
इस बोली की सबसे बड़ी विशेषता है, इसका साहित्य। प्रसिद्ध कवि तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना इसी बोली में की है। इसके अतिरिक्त जायसी की पद्मावत इस बोली में ही लिखी गई है।..................