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Is topic par 2 minute ki speech chahiye.
Likha hua chahiye
प्रिय विद्यार्थी ,
आपके प्रश्न का उत्तर है -
हमारे जीवन का मूल ही संतुष्टि है अर्थात हमारे जीवन में संतुष्टि का होना बहुत जरूरी है । जीवन में सुख और शांति होने के लिए भी संतुष्टि का होना आवश्यक है । जब तक हम अपने जीवन में संतुष्ट नहीं होंगे , हम सुखी नहीं हो सकते हैं । हमारे पास धन और संपत्ति का भंडार है लेकिन हम सुखी नहीं है क्योंकि हम अपने जीवन से संतुष्ट नहीं हैं । धन और संपत्ति की चाह हमेशा बढ़ती रहती है , यह हमें संतुष्ट नहीं कर सकती है । और इस संसार में जो संतुष्ट है , वही व्यक्ति सुखी है । इसी कारण से संतुष्टि को ही जीवन का मूल आधार माना गया है ।
इस आधार पर आप अपना Speech तैयार कर सकते हैं ।
आभार ।
आपके प्रश्न का उत्तर है -
हमारे जीवन का मूल ही संतुष्टि है अर्थात हमारे जीवन में संतुष्टि का होना बहुत जरूरी है । जीवन में सुख और शांति होने के लिए भी संतुष्टि का होना आवश्यक है । जब तक हम अपने जीवन में संतुष्ट नहीं होंगे , हम सुखी नहीं हो सकते हैं । हमारे पास धन और संपत्ति का भंडार है लेकिन हम सुखी नहीं है क्योंकि हम अपने जीवन से संतुष्ट नहीं हैं । धन और संपत्ति की चाह हमेशा बढ़ती रहती है , यह हमें संतुष्ट नहीं कर सकती है । और इस संसार में जो संतुष्ट है , वही व्यक्ति सुखी है । इसी कारण से संतुष्टि को ही जीवन का मूल आधार माना गया है ।
इस आधार पर आप अपना Speech तैयार कर सकते हैं ।
आभार ।