jaldi uttar dijiye.for 5mks.
मित्र रैदास ने अपनी वाणी के माध्यम से जहाँ सच्ची भक्ति की, वहीं समाज के हित के लिए अपनी वाणी का प्रयोग किया। उन्होंने समाज में व्याप्त जात-पात, धार्मिक कट्टरता पर प्रहार किया। वे समाज के लोगों में समानता और भाईचारे की भावना का प्रवाह चाहते थे। वे भारतीय समाज में भेदभाव की स्थिति से दुखी थे। अतः उन्होंने ईश्वर भक्ति के द्वारा इसे कम करने का प्रयास किया।