कुंतल के फूलों की याद बनी चाँदनी ka aashay spasht kijiye Share with your friends Share 0 Savitri Bisht answered this कवि ने प्रेयसी को कुंतल के फूलों के समान कहा है। जो उसके कष्टसाध्य जीवन में चांदनी के समान विद्यमान है। -3 View Full Answer