kadi kavi Ke man mein Kokila din ki jagah Raat Mein Karunya Kyu karti Hai

मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।

कवि के मन में कोकिला दिन की जगह रात में ही करुणा  पैदा करती है क्योंकि कोकिला का रुदन गायन रात को ही सुनाई देता है। यहां पर कोकिला प्रतीक है, हमारी भारत माता की। कोकिला का करुण गायन कवि को किसी आने वाले भयंकर त्रासदी के बारे में संकेत करता है। कोकिला की आवाज कवि को बहुत अच्छी लगती है इसलिए कवि कोकिला के गायन में करुणा को महसूस करता है।

  • 0
ho
 
  • 1
What are you looking for?