Kahani se aage
Please answer all three questions
कहानी से आगे
1. केशव और श्यामा ने अंडों के बारे में क्या-क्या अनुमान लगाए ? यदि तुम होते तो क्या अनुमान लगाते और क्या करते?
2. माँ के सोते ही केशव और श्यामा दोपहर में बाहर क्यों निकल आए? माँ के जागने पर भी दोनों में से किसी ने किवाड खोलकर दोपहर में बाहर निकलन का क्यों नहीं बताया?
3. प्रेमचंद ने इस कहानी का नाम 'नादान दोस्त' रखा। तुम इसे क्या नाम देना चाहोगे?
प्रिय मित्र!
हम एक बार में सभी प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सकते हैं। आप अपने प्रश्न बारी बारी से पुनः पूछ सकते हैं।
उन्होंने अनुमान लगाया कि अंडे कितने बड़े होंगे? किस रंग के होंगे? कितने होंगे? क्या खाते होंगे? उनमें से बच्चे किस तरह निकल आएँगे? बच्चों के पर कैसे निकलेंगे? घोंसला कैसा है इत्यादि। यदि हम होते तो हम भी इसी तरह का अनुमान लगाते और उन्हीं की तरह कार्य करने का प्रयास करते। परन्तु ये सब करने से पहले घर में किसी परिवारजन से इस विषय में चर्चा अवश्य करते। तभी किसी कार्य को करते।