kancha path ke shirshak ki sarthaktha l
इस पाठ का नाम कंचा सही रखा गया है। पूरा पाठ कंचे पर आधारित है। कहानी का पात्र अप्पू हर समय कंचे के बारे में सोचता रहता है। कंचे के लिए वह अपनी फीस भी खर्च कर देता है। अतः इस कहानी का नाम कंचा शीर्षक की सार्थकता सिद्ध करता है।