Karan Karan aur aapadan Karan mein kua antar hai uddhhran dear likhein
प्रिय विद्यार्थी,
करण कारक और अपादान कारक दोनों में 'से' विभक्ति का प्रयोग होता है।
जिसकी सहायता से किसी काम को अंजाम दिया जाता वह करण कारक कहलाता है। इस कारक में 'से' का अर्थ है 'के द्वारा। '
उदाहरण - चाकू से सेब काटो।
संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से अलग होने, निकलने, डरने, रक्षा करने, सीखने, लजाने अथवा दो मैं से तुलना करने का भाव प्रकट हो तो उसे अपादान कारक कहते है।
उदाहरण - हिमालय से निकलकर गंगा समुद्र में मिल जाती है।
आभार।
करण कारक और अपादान कारक दोनों में 'से' विभक्ति का प्रयोग होता है।
जिसकी सहायता से किसी काम को अंजाम दिया जाता वह करण कारक कहलाता है। इस कारक में 'से' का अर्थ है 'के द्वारा। '
उदाहरण - चाकू से सेब काटो।
संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से अलग होने, निकलने, डरने, रक्षा करने, सीखने, लजाने अथवा दो मैं से तुलना करने का भाव प्रकट हो तो उसे अपादान कारक कहते है।
उदाहरण - हिमालय से निकलकर गंगा समुद्र में मिल जाती है।
आभार।