Kavi Ek Sthan per Kyon Nahin rukna Chahta Apne vichar likhiye
प्रिय विद्यार्थी ,
आपके प्रश्न का उत्तर है -
कवि ने अपने आपको दीवाना कहकर कविता में संबोधित किया है । वह चलते रहना चाहता है क्योंकि दीवानों की अपनी कोई हस्ती नहीं होती है और ना ही वे एक जगह टिककर रहना चाहते हैं । वे सबको खुशी और उल्लास देते हुए चले जाते हैं । उनके लिए सभी भाव एक समान है । वे पूरी दुनिया को कुछ देकर ही जाते हैं । इन्हीं कारणों से वे एक स्थान पर नहीं रुकना चाहते हैं । वे बस चलना जानते हैं ।
आभार ।
आपके प्रश्न का उत्तर है -
कवि ने अपने आपको दीवाना कहकर कविता में संबोधित किया है । वह चलते रहना चाहता है क्योंकि दीवानों की अपनी कोई हस्ती नहीं होती है और ना ही वे एक जगह टिककर रहना चाहते हैं । वे सबको खुशी और उल्लास देते हुए चले जाते हैं । उनके लिए सभी भाव एक समान है । वे पूरी दुनिया को कुछ देकर ही जाते हैं । इन्हीं कारणों से वे एक स्थान पर नहीं रुकना चाहते हैं । वे बस चलना जानते हैं ।
आभार ।