kheere ke sambadh mai nabab sahab ke vahvar ko onki sanak kha ja sakta hai .aapne nababo kii aur bhi sanako aur shook ke bare me phra -suna hoga .kisi ek ke baare me likiye.
मेरे एक मित्र को बहुत प्रश्न पूछने की सनक थी। जब भी उसके साथ कोई खड़ा हो जाता, तो वह उसे प्रश्न पर प्रश्न पूछने लगता। लोग उसके प्रस्नों का जवाब देते-देते थक जाते थे। कक्षा में उसके व्यवहार के कारण सारे अध्यापक और लोग उससे तंग थे। उससे कोई बात नहीं करता था। एक बार वह मेरे पास आया इससे पहले की वह मुझसे प्रश्न पूछता मैंने उससे प्रश्न पूछने आरंभ कर दिए। फिर क्या था मेरे प्रश्नों के उत्तर देते-देते वह थक गया और उस दिन के बाद उसने कसम खाई की वह किसी से प्रश्न नहीं पूछेगा। इस प्रकार हम गहरे दोस्त बन गए।