kokila ki tulna kisse ki gayee hai
मित्र कवि ने कोकिला की तुलना किसी से नहीं की बल्कि उसके रंग की तुलना काली रात एवं अंग्रेज़ी शासन से की है। उसके अनुसार जैसे रात काली होती है और जैसे अंग्रेज़ी शासन के कार्य काले हैं, वैसे ही कोयल का रंग भी काला है।