kripya mujhe is kavita 'CHAYA MAT CHUNA' ka shilp saundarya bataye..
URGENT.
नमस्कार मित्र,
कविता की भाषा सहज एवं भावानुकूल है। कवि का आशावादी दृष्टिकोण नज़र आता है। कविता में पंक्तियों के निर्माण में किए प्रयोगों में नवीनता देखते ही बनती है। कई जगह पर विरोधाभास का रूप दिखाई देता है। कविता में अनुप्रास, रुपक आदि अंलकारों की छटा बिखरी पड़ी है। भाषा में प्रतीकात्मकता का समावेश है। इसके साथ ही भाषा सरल और माधुर्य गुण से युक्त है।