Kshitij hindi book ncert pls answer from chapter 11
बालगोबिन भगत एक गृहस्थ थे लेकिन उनमें साधु-संन्यासियों के गुण भी थे। वे अपने किसी काम के लिए दूसरों को कष्ट नहीं देते थे। बिना अनुमति के किसी की वस्तु को हाथ नहीं लगाते थे। कबीर के आदर्शों का पालन करते थे। सर्दियों में भी बह्ममूर्त में पैदल जाकर गंगा स्नान करके आते थे तथा भजन गाते थे।
वेशभूषा से ये साधु लगते थे। इनके मुख पर सफेद दाढ़ी तथा सिर पर सफेद बाल थे। गले में तुलसी माला पहनते थे। सिर पर कबीर पंथियों की तरह टोपी पहनते थे। शरीर पर कपड़े बस नाम मात्र के थे। सर्दियों के मौसम में बस एक काला कंबल ओढ़कर रखते थे तथा मधुर स्वर में भजन गाते थे।