kya aap mujhe iss sawal ka jawab de sakenga:- dharm aur imaan ke naam par ho rahe dange phasad me aaj ki yuwa pedhi kaha tak jimedar hai
धर्म और ईमान के नाम पर हो रहे दंगे-फसाद में आज की युवा पीढ़ी बहुत हद तक ज़िम्मेदार है। वे बिना सोचे-समझे दूसरे की बात मान लेते हैं और आपस में लड़ने-झगड़ने लगते हैं। वे पढ़े-लिखे और नए जमाने की पीढ़ी हैं। वे आगे बढ़ना चाहते हैं। आसमान को छूना चाहते हैं, ऐसे में यदि वे धर्म के नाम पर लड़ने-झगड़ने लगे, तो क्या होगा। उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। आज उनके समाने धर्मगुरूओं का जो रूप सामने आ रहा है, वह भी शर्मिंदा करने वाला है। ये लोगों को आपस में लड़ाकर धर्म के ठेकेदार बन जाते हैं। ऐसे ठेकेदारों की बातें सुनना और उनकी बातों में आकर गुमराह हो जाना समझदारी नहीं है। उन्हें चाहिए कि इनकी बातें अनसुनी करें और चारों ओर अमन तथा भाईचारे को फैलाएँ।