Kya ap mujha lucknavi andaz ka doosra prashna thoda acche se samja denge . mujhe shigra hi uttar chahiya

मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-

नवाब साहब ने बड़े प्यार से खीरे को काटा, फिर उस पर नमक-मिर्च लगाया। अंत में उन्होंने उसे सूँघ कर ट्रेन की खिड़की के डिब्बे से बाहर फेंक दिया। वे इस प्रकार का व्यवहार करके लेखक को यह बताना चाहते थे कि वह खास हैं। नवाबी अंदाज़ ऐसा ही होता है। इस तरह वह जहाँ लेखक पर अपनी नवाबी का रौब झाड़ना चाहते थे, वहीं वह लेखक को उसकी हैसियत दिखाना चाहते थे। उनके इस प्रकार का व्यवहार उनके घमंड, बेकार की दिखावेबाज़ी तथा उनके व्यवहार में शामिल खोखलेपन को दर्शाता है।

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What is your question?can you please write it in english..
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