Kya jivo ke prati Prem Bhavna rakhna hi manavta hai? Hindi me nibandh dijiye please
मनुष्य किसी अन्य प्राणी को कष्ट में देखकर दुखी हो जाए और उसके हित के लिए कार्य करने को प्रेरित हो उसे मानवता कहा जाता है। मानवता की कोई परीधि या सीमा नहीं है। एक चींटी को पैर के नीचे कुचले जाने से लेकर देश के लिए जान देने तक, मन मे आने वाले हर भाव का नाम मानवता है। यह वह गुण है, जिसके कारण पृथ्वी रहने योग्य है। यदि हर मनुष्य क्रूर, अत्याचारी या पापी हो जाए, तो इस पृथ्वी और इंसानियत का अंत हो जाए। मानवता एक इंसान का दूसरे इंसान पर विश्वास बनाती है। प्रेम, भाईचारे का भाव फैलाती है। इस संसार में ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है, जो इंसानियत के नाम पर कलंक है। परन्तु ऐसे लोगों की कमी भी नहीं है जिनके दम पर इंसानियत आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। किसी भयंकर विपदा के आने पर जब एक पड़ोसी दूसरे पड़ोसी की सहायता के लिए कूद पड़ता है, उसमें इंसानियत का ही भाव होता है। जब कोई किसी घायल को अस्पताल ले जाता है, तो यह प्रमाण है कि अब भी मानवता जिंदा है।