lekhak ka nambholanath kaise para? Share with your friends Share 0 Neha Sharma answered this मित्र भोलानाथ के पिताजी उसे सुबह जल्दी नहलाकर अपने साथ पूजा करने के लिए बिठा लेते तथा उसके माथे पर भभूत का तिलक भी लगा देते थे। भोलानाथ की लंबी-लंबी जटाओं के कारण पिताजी उसे प्यार से भोलानाथ कहते थे। 0 View Full Answer