lekhak ne dhuri ko lok sanskriti ka naveen jagran kyun kaha hai ?
मित्र धूल लोक -संस्कृति की प्रतीक है। इससे लोक जीवन का बोध होता है। इसलिए लेखक ने इसे लोक संस्कृति का नवीन जागरण कहा है।
मित्र धूल लोक -संस्कृति की प्रतीक है। इससे लोक जीवन का बोध होता है। इसलिए लेखक ने इसे लोक संस्कृति का नवीन जागरण कहा है।