Lekhika ke gar ka mahol apne sabdo mai likhiae
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
लेखिका के पिता के घर का माहौल एक आम आदमी के घर का सा है। वह मिलजुला है। जहाँ एक पिता है, जो बच्चों को हर प्रकार की शिक्षा देता है मगर चाहता है कि बच्चे विकसित सोच भी रखें और पुरानी सोच के दायरे में रहें। अतः वह कभी पथ प्रदर्शक बन जाते हैं, तो कभी संकीर्ण मानसिकता से जकड़े हुए दीवार बनकर खडे़ हो जाते हैं। फिर भी लेखिका ने इस माहौल में नई सोच पाई, राजनीति तथा अन्य विषय पर गहरी पकड़ बनाई। उनकी माँ मध्य परिवार की आम-सी स्त्री थीं। जो पति और बच्चों में अपना सारा जीवन झोंक देती हैं। उसके बदले उन्हें कुछ नहीं मिलता है।