lekhika ke hisab se log kaise Shakti ko kamtar mante Hain
प्रिय छात्र आपका उत्तर इस प्रकार है।
लेखिका के हिसाब से लोग आँखें होते हुए भी कम देखते हैं और वह नहीं देख पाते जो उन्हें देखना चाहिए। चीजों को सिर्फ छूने भर से जब इतनी खुशी मिलती है तो उनकी आंतरिक सुंदरता का अनुभव करने से मन मुग्ध हो जाता है। लोग सुंदरता का अनुभव नहीं कर पाते। वह अपनी क्षमताओं को कभी जान नहीं पाते और हमेशा उस चीज की आस लगाए रहते हैं, जो उनके पास नहीं है।
धन्यवाद।
लेखिका के हिसाब से लोग आँखें होते हुए भी कम देखते हैं और वह नहीं देख पाते जो उन्हें देखना चाहिए। चीजों को सिर्फ छूने भर से जब इतनी खुशी मिलती है तो उनकी आंतरिक सुंदरता का अनुभव करने से मन मुग्ध हो जाता है। लोग सुंदरता का अनुभव नहीं कर पाते। वह अपनी क्षमताओं को कभी जान नहीं पाते और हमेशा उस चीज की आस लगाए रहते हैं, जो उनके पास नहीं है।
धन्यवाद।