Lekhika mahadevi varma aur subhadra kumari chouhan ka pratham parichaya kab aur kaha hua aur iss se mahadevi ke jeevan me kya prabhav pada?

मित्र,

 महादेवी बाल्यावस्था से ही बहुत विदुषी थीं। कुछ समय पश्चात इनका दाखिला क्रास्थवेट कॉलेज इलाहाबाद में हुआ। वह यहाँ के छात्रावास में रहने लगीं। यहाँ इनकी मुलाकात सुभद्रा कुमारी चौहान से हुई, जो स्वयं एक अच्छी कवियत्री थीं। वह इनसे उम्र में बड़ी थीं। महादेवी नेे माता के संसर्ग में आकर बचपन से ही कविता लिखनी आरंभ कर दी थी। परन्तु इनकी प्रतिभा को सुभद्रा कुमारी चौहान ने संवारा। इन्होंने मेरा परिवार, यामा, अतीत के चलचित्र, दीपगीत, नीरजा, पथ के साथी इत्यादि रचनाएँ लिखीं।

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