maan lo ki tum mohan ke ghar par ja kar uski tubyat puchte ho.apni batchit ko sanvad ke rup mein likho.

मित्र इसे आप इस तरह से लिख सकते हैं-

मोहन: (हैरानी के साथ) अरे! राम तुम यहाँ कैसे?

राम: (प्रसन्नता से) मैं तुम्हें देखने आया हूँ। अब बता कैसा है? तुम्हें क्या हुआ था?

मोहन: अरे भई! कुछ पता नहीं। पेट में अजीब हो रहा है। उसे व्यक्त भी नहीं कर सकता हूँ।

राम: क्या अजीब हो रहा है। मित्र तेरी इस बीमारी से सब परेशान हैं।..........

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