mahadev bhai desh aur duniya ko mukt karke shukratare ki tarah achanak ast ho gaye.aashay spasht kijie
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
महादेव जी शुक्रतारे के समान थे, जो कुछ समय के लिए आकाश में दिखाई देता है और अपनी चमक दिखाकर गायब हो जाता है। ऐसे ही महादेव जी कुछ समय के लिए लोगों के मध्य आए और अपनी चमक बिखेर के गायब हो गए। वे जब तक रहे, तब तक लोगों को अपने स्वभाव तथा गुणों से चमत्कृत करते रहे।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
महादेव जी शुक्रतारे के समान थे, जो कुछ समय के लिए आकाश में दिखाई देता है और अपनी चमक दिखाकर गायब हो जाता है। ऐसे ही महादेव जी कुछ समय के लिए लोगों के मध्य आए और अपनी चमक बिखेर के गायब हो गए। वे जब तक रहे, तब तक लोगों को अपने स्वभाव तथा गुणों से चमत्कृत करते रहे।