Manav sanskriti ek avibhajyah vastu hain . Iska kya meaning hua?
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
इसका अर्थ है कि मानव द्वारा जो संस्कृति बनाई गई है, उसे बाँटा नहीं जा सकता है। सारे मनुष्य भाई-भाई हैं फिर क्यों हम इसे बाँट रहे हैं। यह संस्कृति प्रेम और भाईचारे पर आधारित है। अतः इसे तोड़ा नहीं जा सकता है।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
इसका अर्थ है कि मानव द्वारा जो संस्कृति बनाई गई है, उसे बाँटा नहीं जा सकता है। सारे मनुष्य भाई-भाई हैं फिर क्यों हम इसे बाँट रहे हैं। यह संस्कृति प्रेम और भाईचारे पर आधारित है। अतः इसे तोड़ा नहीं जा सकता है।