हालदार साहब की दृष्टि me मूर्ति का वर्णन ? Pls help me with this question expert.
प्रिय विद्यार्थी ,
आपके प्रश्न का उत्तर है -
हालदार साहब की दृष्टि में नेताजी की मूर्ति का बहुत बड़ा महत्व था । उनके अनुसार यह मूर्ति कस्बे के लोगों की देशभक्ति को दर्शाती थी । जिसने मूर्ति बनाई , वह उसपर चश्मा लगाना भूल गया था । चश्मेवाले ने उस मूर्ति पर एक चश्मा लगा दिया और वह उसे निरंतर बदलता रहता था , इस कारण से हालदार साहब की नजरों में वह बहुत बड़ा देशभक्त था । कैप्टन के मरने के बाद नेताजी की मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा देखकर वे बहुत ही भावुक हो गए । अंततः हम कह सकते हैं कि नेताजी की मूर्ति हालदार साहब के अनुसार कस्बे के लोगों की देशभक्ति को दर्शाती थी ।
आभार ।
आपके प्रश्न का उत्तर है -
हालदार साहब की दृष्टि में नेताजी की मूर्ति का बहुत बड़ा महत्व था । उनके अनुसार यह मूर्ति कस्बे के लोगों की देशभक्ति को दर्शाती थी । जिसने मूर्ति बनाई , वह उसपर चश्मा लगाना भूल गया था । चश्मेवाले ने उस मूर्ति पर एक चश्मा लगा दिया और वह उसे निरंतर बदलता रहता था , इस कारण से हालदार साहब की नजरों में वह बहुत बड़ा देशभक्त था । कैप्टन के मरने के बाद नेताजी की मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा देखकर वे बहुत ही भावुक हो गए । अंततः हम कह सकते हैं कि नेताजी की मूर्ति हालदार साहब के अनुसार कस्बे के लोगों की देशभक्ति को दर्शाती थी ।
आभार ।