meaning of budhe bharat mein bhi aayi phir se nayee jawani thi
इस पंक्ति का अर्थ है भारत गुलामी का जीवन जीने के कारण बेहाल हो गया था। उसकी स्थिति एक बूढ़े व्यक्ति के समान खराब हो गई थी। लेकिन 1857 के समय में जब भारत के लोगों ने अपनी आज़ादी के लिए सर उठाया, तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो नवयुवक के समान भारत का लहु ज़ोक मार रहा था। वह अब अपनी बेड़िया काटने के लिए आतुर था।