meera ki bhakti bhavna par prakash daliye

मीरा की भक्ति भगवान कृष्ण तक निहित है। वह अपने प्रभु की दासी बनने को तैयार है। उसे भगवान से भक्ति के रूप में कुछ नहीं चाहिए। वह तो बस भगवान के दर्शन तथा उनकी सेवा चाहती है। उसका मुख्य उद्देश्य भगवान के समीप रहना है।

  • 12
What are you looking for?