Mithaiwale mein ve kaun se gud the jinki vajah se bachhe to bachhe,bade bhi uski or kheenche chale aate the
प्रिय छात्र,
मिठाईवाले का मधुर आवाज़ में गा-गाकर अपनी चीज़ों की विशेषताएँ बताना, बच्चों की मन-पसंद चीज़ें लाना, लाभ कमाने के चक्कर में न रहना, बच्चों से अपनत्व, कोमल और प्रेम पूर्ण व्यवहार दर्शाना आदि ऐसी विशेषताएँ थीं कि बच्चें तो बच्चें बड़े भी उसकी ओर खिंचे चले आते थे।
मिठाईवाले का मधुर आवाज़ में गा-गाकर अपनी चीज़ों की विशेषताएँ बताना, बच्चों की मन-पसंद चीज़ें लाना, लाभ कमाने के चक्कर में न रहना, बच्चों से अपनत्व, कोमल और प्रेम पूर्ण व्यवहार दर्शाना आदि ऐसी विशेषताएँ थीं कि बच्चें तो बच्चें बड़े भी उसकी ओर खिंचे चले आते थे।