muhanvare ki paribhasha?

मित्र मुहावरे वाक्य का अंग होते हैं। मुहावरों के प्रयोग से कई बार साधारण अर्थ वाले शब्दों को भी विशेष अर्थ में प्रकट किया जा सकता है। मुहावरों के प्रयोग से किसी बात को कम-से-कम शब्दों में अधिक-से-अधिक भावों व उसकी गहराई के साथ व्यक्त किया जा सकता है। मुहावरों के रूप में कभी परिवर्तन नहीं हो सकता है। मुहावरे का प्रयोग स्वतंत्र रूप से नहीं किया जा सकता, यह वाक्य का अंग बनकर ही प्रयोग में लाया जाता है। 

  • 0
What are you looking for?