Nagarjun koaadhunik kaal ka kabir kyun kaha jaata hai??
मित्र नागार्जुन जी ने अपनी रचनाओं में राजनीतिक स्वार्थ, समाज की कुरीतियों तथा बुराइयों पर प्रहार किया है। वे व्यग्य करने में माहिर थे। इनका साहित्य जन-सामान्य के अधिक जुड़ा हुआ था। यही कारण है कि इन्हें आधुनिक कबीर भी कहा जाता है।