Nawaab sahaab ne kheere ke chilke ko namak-mirch se burakne ke baad kya kiya?
मित्र नवाब साहब ने खीरे को छीलकर तथा नमक-मिर्च बुरकने के बाद उसे सूंघ कर ट्रेन की खिड़की से बाहर फेंक दिया।
Nawaab sahaab ne kheere ke chilke ko namak-mirch se burakne ke baad kya kiya?
मित्र नवाब साहब ने खीरे को छीलकर तथा नमक-मिर्च बुरकने के बाद उसे सूंघ कर ट्रेन की खिड़की से बाहर फेंक दिया।