NAYE ILAKE ME KAVI HAR BAR KIS BRAM ME PADA JATHA HAIN AUR KYON?

मित्र कवि हर बार इस भ्रम में पड़ जाते हैं कि घर पहुँचने के लिए उनके द्वारा बनाए गए स्मृति चिन्ह वहीं होगें। परंतु ऐसा नहीं होता है। उन्हें हर बार वहीं रास्ता नया लगता है क्योंकि उन जगहों पर नित्य नए निर्माण हो रहे हैं और उनके द्वारा बनाए गए सारे चिन्ह खो जाते हैं।

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