naye ilake namak kavita mein kavi aisa kuyun kahatein hai ki ek din mein he saab kuch badal jata hai ?

मित्र उसके आस-पास जो बदलाव हो रहे हैं, उनकी रफ़्तार बहुत अधिक है। एक ही दिन में कायाकल्प हो जाती है। इसलिए कवि कहता है कि होने वाले बदलाव एक दिन में सबकुछ बदल देते हैं।

  • 2
What are you looking for?