nibandh vidyarthi jeevan mein anushasan ka mahatav

नमस्कार मित्र,

 

विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व होता है। यदि उसके जीवन में अनुशासन नहीं होगा, तो वह जीवन की दौड़ में सबसे पिछड़ जाएगा। उसकी अनुशासनहीनता उसे असफल बना देगी। विद्यार्थी के लिए अनुशासन में रहना और अपने सभी कार्यों को व्यवस्थित रूप से करना बहुत आवश्यक है। यह वह मार्ग है, जो उसे जीवन में सफलता प्राप्त करवाता है। विद्यार्थियों को बचपन से ही अनुशासन में रखना आवश्यक है। अनुशासन में रहने की सीख उसे अपने घर से ही प्राप्त होती है। विद्यार्थी को चाहिए कि विद्यालय में रहकर विद्यालय के बनाए सभी नियमों का पालन करे। उसका स्वयं के लिए अनुशासित व्यवहार उसे सफलता के शिखर पर आसीन कर सकता है। 

 

विद्यार्थी को चाहिए कि प्रतिदिन कठोर अनुशासन का पालन करते हुए प्रात:काल जल्दी उठकर व्यायाम करे, अध्ययन करे, स्नान आदि करे, विद्यालय के लिए शीघ्र ही तैयार हो जाए, समय पर विद्यालय जाए, घर आकर समय पर भोजन करे, समय पर अध्ययन कार्य करे और खेलने भी जाए। रात्रि के भोजन के पश्चात समय पर सोना भी विद्यार्थी के लिए उत्तम होता है। इस तरह की व्यवस्थित जीवन-शैली उसे अनुशासन में रहना सिखाएगी, तरोताज़ा भी रखेगी और जीवन में स्वयं को सदृढ़ भी बनाए रखने में सहायता करेगी। विद्यार्थी को विद्यालय में भी नियमित रूप से अध्यापकों द्वारा पढ़ाए जा रहे सभी पाठों का अध्ययन पूरे मन से और समय से करना आवश्यक है। घर के लिए दिए गए गृहकार्य को भी नियमित रूप से पूरा करना उसका कर्त्तव्य बनता है। इस प्रकार की जीवनशैली के लिए अनुशासन का बहुत महत्व होता है। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए अनुशासन ही विद्यार्थी का मार्ग प्रशस्त करता है।  

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