nooh ko kutte ne kaata to kya updesh diya
मित्र पाठ में नूह का कुत्ता नहीं था। नूह द्वारा कुत्ते को दुत्कारा गया था। कुत्ते ने दुखी होकर नूह को कहा था कि वह यदि कुत्ता है, तो वह स्वयं की मर्जी से नहीं है और यदि तुम मनुष्य हो तुम अपनी इच्छा से नहीं हो।