parimandvachak visheshand aur sankhyvachak visheshand mein kya antar hai

मित्र हम आपको अंतर लिखकर दे रहे हैं।
परिणामवाचक विशेषण ऐसी वस्तुओं के लिए प्रयोग किया जाता है, जिनमें हमें नापतौल बताना हो और संख्यावाचक विशेषण ऐसी वस्तुओं के लिए प्रयोग किया जाता है जिनकी संख्या बतानी हो। उदाहरण के लिए देखिए कैसे-

दो आम देना। - इस वाक्य में आम की संख्या के बारे में बात की जा रही है इसलिए यह संख्यावाचक है।

दो किलो आम देना- इस वाक्य में 'दो' के साथ 'किलो' शब्द लग गया है। जिससे वह उसका तौल बता रहा है। इसलिए यह परिमाणवाचक विशेषण है।

मान लीजिए यदि आपको कहना हो कि पास में दो लोग खड़े हैं। तो क्या आप ऐसे कहेंगे की वहाँ 180 किलो लोग खड़े हैं। नहीं इस तरह आप वहाँ उनका वज़न नहीं बताएँगे। ऐसे स्थानों पर संख्यावाचक का प्रयोग होता है। नीचे वाक्य में देखिए हमने परिमाण और संख्या दोनों का प्रयोग किया है।-

पाँच किलो मीटर दूर एक गाँव पड़ता है।

इस वाक्य में 'पाँच' शब्द 'किलो मीटर' के साथ है इसलिए यह परिमाणवाचक है और 'एक' शब्द 'गाँव' के साथ लगकर गाँव की संख्या बता रहा है। अतः यहाँ संख्यावाचक विशेषण है।

  • 0
What are you looking for?