Please answer 3 and 4 no. Questions

मित्र!
हम आपको सारे प्रश्नों का उत्तर एक साथ नहीं दे सकते हैं। हम एक बार में केवल एक प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं। वह इस प्रकार है।-
बुढ़िया का दुःख सच्चा था मगर उसकी मजबूरी भी बहुत कष्टकारी थी। अपनी बीमार बहु और उसके बच्चों के लिए कमाने वाला अब कोई नहीं था। उसे बेटे की मृत्यु के दुःख को भुलाकर काम पर वापिस आना पड़ा। उसे इस तरह बाज़ार में आता देखकर लोग उसकी ओर घृणा से देखने लगे। उसे गालियाँ देने लगे। लेखक को याद आया कि वह पहले एक वृद्ध संभ्रांत महिला से मिला था। पुत्र वियोग के कारण वह बार-बार बेहोश हो जाती थी। बस रोती रहती थी। लोगों को उससे बहुत सहानुभूति थी। लोग उसके दुख को सच्चा दुख मान रहे थे। उसके पास बहुत पैसा था। अतः उसे किसी की चिंता करने की आवश्यकता नहीं थी। वह अपना दुख व्यक्त कर सकती थी। यह गरीब वृद्धा ऐसा नहीं कर पा रही थी। 

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