Please answer and sorry
रचना और अभिव्यक्ति
8. हमारे संतो, भक्तों और महापुरुषों ने बार-बार चेताया है कि मनुष्यों में परस्पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होता, लेकिन आज भी हमारे समाज में भेदभाव दिखाई देता है -
(क) आपकी दृष्टि में इस कारण देश और समाज को क्या हानि हो रही है?
(ख) आपसी भेदभाव को मिटाने के लिए अपने सुझाव दीजिए।
मित्र
1. आज भी हमारा देश धर्म और जाति के नाम पर बँटा हुआ है। कई बार जातियों के नाम पर दंगे हो चुके हैं। धार्मिक और जातिगत भेदभाव के कारण एक दूसरे के खिलाफ हथियार उठाना आम बात है। ऐसे में मनुष्य का मनुष्य पर से विश्वास उठ जाता है। देश के विकास में यह सबसे बड़ी बाधा है। इससे समाज एकीकृत नहींं हो पाता है।
2. हमें धर्म या समुदाय की सीमाओं से बाहर आकर और एक होकर समाज में भाईचारा बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। हमें दूसरे के धर्म की इज्जत करनी चाहिए। आपसी सहयोग से ही हर तरफ खुशहाली और तरक्की आएगी।
1. आज भी हमारा देश धर्म और जाति के नाम पर बँटा हुआ है। कई बार जातियों के नाम पर दंगे हो चुके हैं। धार्मिक और जातिगत भेदभाव के कारण एक दूसरे के खिलाफ हथियार उठाना आम बात है। ऐसे में मनुष्य का मनुष्य पर से विश्वास उठ जाता है। देश के विकास में यह सबसे बड़ी बाधा है। इससे समाज एकीकृत नहींं हो पाता है।
2. हमें धर्म या समुदाय की सीमाओं से बाहर आकर और एक होकर समाज में भाईचारा बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। हमें दूसरे के धर्म की इज्जत करनी चाहिए। आपसी सहयोग से ही हर तरफ खुशहाली और तरक्की आएगी।