?? ??????? ?? ??????? ?? ?????? ????? ??? ,???? ????? ?? ???? ????? Please answer fast!
प्रिय मित्र!
हम आपके प्रश्न के लिए अपने विचार दे रहे हैं। आप इसकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
पता -------------
दिनांक-----------
प्रिय मित्र सुरेश,
बहुत प्यार,
तुम्हारी कुशलता और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूँ। तुम्हारे पिताजी से पता चला कि तुम पानी बहुत बर्बाद करते हो। जल सरंक्षण हमारे लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि धरती से धीरे-धीरे जल समाप्त होता जा रहा है। यह एक प्राकृतिक संसाधन है जिस का दोहन मनुष्य आदि काल से कर रहा है। जल जीवन के लिए महत्वपूर्ण तत्वों में से एक हैं। मनुष्य की बढ़ती आबादी के कारण तथा अनावश्यक व्यय के कारण आने वाले समय में जल की भयंकर कमी पड़ सकती है। जल संरक्षण के लिए बहुत से उपाय किए जा रहे हैं। कई स्थानों पर वर्षा के जल को जमा किया जाता है। जो भविष्य में काम में लाया जाता है। प्रयास किए जा रहे हैं, ऐसे नए सामान बनाए जिसमें जल की मात्रा कम से कम लगे। गंदे पानी को साफ करके उसे दोबारा से इस्तेमाल करना। इस प्रकार से जल का सही और कम इस्तेमाल ही करना।
अब पत्र समाप्त करता हूँ। घर में सब कैसे हैं? अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना और मुन्नी को मेरा स्नेह देना।
तुम्हारा मित्र,
रमेश
हम आपके प्रश्न के लिए अपने विचार दे रहे हैं। आप इसकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
पता -------------
दिनांक-----------
प्रिय मित्र सुरेश,
बहुत प्यार,
तुम्हारी कुशलता और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूँ। तुम्हारे पिताजी से पता चला कि तुम पानी बहुत बर्बाद करते हो। जल सरंक्षण हमारे लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि धरती से धीरे-धीरे जल समाप्त होता जा रहा है। यह एक प्राकृतिक संसाधन है जिस का दोहन मनुष्य आदि काल से कर रहा है। जल जीवन के लिए महत्वपूर्ण तत्वों में से एक हैं। मनुष्य की बढ़ती आबादी के कारण तथा अनावश्यक व्यय के कारण आने वाले समय में जल की भयंकर कमी पड़ सकती है। जल संरक्षण के लिए बहुत से उपाय किए जा रहे हैं। कई स्थानों पर वर्षा के जल को जमा किया जाता है। जो भविष्य में काम में लाया जाता है। प्रयास किए जा रहे हैं, ऐसे नए सामान बनाए जिसमें जल की मात्रा कम से कम लगे। गंदे पानी को साफ करके उसे दोबारा से इस्तेमाल करना। इस प्रकार से जल का सही और कम इस्तेमाल ही करना।
अब पत्र समाप्त करता हूँ। घर में सब कैसे हैं? अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना और मुन्नी को मेरा स्नेह देना।
तुम्हारा मित्र,
रमेश