please answer question no. 3 and 4
प्रिय मित्र!
एक बार में सभी प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सकते हैं। हम आपके प्रथम प्रश्न का उत्तर लिख कर दे रहे हैं। शेष आप स्वयं करने की चेष्टा करें। इससे आपका अच्छा अभ्यास होगा और आपका कौशल भी बढ़ेगा। आप इसे जाँचने के लिए हमें भेज सकते हैं।
जैसे चितवत चंद चकोरा – कवि कहना चाहता है कि जिस प्रकार चकोर (एक पक्षी है) का चाँद के प्रति आसक्ति का भाव है और चाँद को देखता रहता है। उसकी शीतलता और चन्द्र किरणों को चाहता है। उसी प्रकार भक्त भी भगवान का स्नेह पाने के लिया आतुर रहते हैं। भगवान की भक्ति पाने के लिए तरसते रहते हैं।