Please answer this
मित्र,
तोप हमारी प्राचीन विरासत और संस्कृति का प्रतीक है। चिड़िया ऐसे लोगों का प्रतीक है, जो विरासत और संस्कृति की उपेक्षा करते हैं। 'तोप' कविता हमारी सांस्कृतिक विरासत की संभाल करने की सीख देती है। कवि वीरेन डंगवाल के अनुसार एक देश की पहचान उसकी प्राचीन धरोहरों से होती है। यही धरोहरें हमें हमारे देश की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता, योगदान के विषय में और इतिहास में हमारे द्वारा की गई गलतियों से परिचय कराती हैं।इमारत की यदि नींव ही कमजोर हो जाए, तो उसका अस्तित्व अधिक समय तक नहीं रह पाता। कवि तोप के माध्यम से अपनी बात रखता है। यह इस बात का भी संदेश देती है कि कितना बड़ा राजा या शहशांह क्यों न हो, उसका अंत एक दिन अवश्य होता है।
तोप हमारी प्राचीन विरासत और संस्कृति का प्रतीक है। चिड़िया ऐसे लोगों का प्रतीक है, जो विरासत और संस्कृति की उपेक्षा करते हैं। 'तोप' कविता हमारी सांस्कृतिक विरासत की संभाल करने की सीख देती है। कवि वीरेन डंगवाल के अनुसार एक देश की पहचान उसकी प्राचीन धरोहरों से होती है। यही धरोहरें हमें हमारे देश की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता, योगदान के विषय में और इतिहास में हमारे द्वारा की गई गलतियों से परिचय कराती हैं।इमारत की यदि नींव ही कमजोर हो जाए, तो उसका अस्तित्व अधिक समय तक नहीं रह पाता। कवि तोप के माध्यम से अपनी बात रखता है। यह इस बात का भी संदेश देती है कि कितना बड़ा राजा या शहशांह क्यों न हो, उसका अंत एक दिन अवश्य होता है।