PLEASE CLEAR ME THE WORD OF HINDI ( UJJAWAL VIDYARTHI GRAMIN NAMASKAR) ARE TWO VENJAN OR THREE VENJAN?
PLEASE EXPLAIN ME WHY?
REGRDS
ANGRAJ SINHA
+91-9099105930
मित्र हम आपको बताना चाहेंगे कि जिसे आप तीन व्यंजन कह रहे हैं, उसे संयुक्त व्यंजन कहते हैं। संयुक्त व्यंजन दो अलग-अलग व्यंजनों से मिलकर बनता है तथा अंत में एक स्वर आता है। जैसे-
क्ष- ( क् + ष् + अ )
त्र- ( त् + र् + अ )
ज्ञ- ( ज् + ञ् + अ )
श्र- ( श् + र् + अ )
द्य- ( द् + य् + अ )
इनसे बनने वाले शब्द इस प्रकार हैं।-
कक्षा, ज्ञान, त्रिशूल, विद्या, श्रम, ये शब्द संयुक्त व्यंजनों के कुछ उदाहरण हैं।
इनके अतिरिक्त जब एक स्वर रहित आधा व्यंजन किसी दूसरे व्यंजन के साथ मिलकर नया शब्द बनाता है, तो वह भी संयुक्त व्यंजन कहलाता है। जैसे-
मूल्य = ( ल् + य् + अ)
अन्त = ( न् + त् + अ )
इन शब्दों में ' ल्य ' तथा ' न्त ' संयुक्त व्यंजनों के उदाहरण हैं।
इसी तरह मित्र दो व्यंजन वाले शब्दों को द्वित्व व्यंजन कहा जाता है। इसका अर्थ भी यही होता है, दो व्यंजन। वे व्यंजन जो अपने जैसे ही दूसरे व्यंजन के साथ मिलते हैं, वे द्वित्व व्यंजन कहलाते हैं। उदाहरण के लिए- पत्ता, चप्पल, गुस्सा।
ऊपर दिए गए शब्दों में त्ता, प्प, स्सा, द्वित्व व्यंजनों के उदाहरण हैं। इसमें त्+त्+आ, प्+प्+अ, स्+स्+आ व्यंजन मिले हुए हैं।
मित्र आपके प्रश्न के अनुसार ' उज्ज्वल ' द्वित्व व्यंजन का उदाहरण है क्योंकि यहाँ ' ज ' व्यंजन अपने आपको दोहरा रहा है। यही द्वित्व व्यंजन की सबसे बड़ी पहचान है। किंतु 'ज्ज्' द्वित्व व्यंजन यहाँ 'व' व्यंजन के साथ भी जुड़ रहा है। इसलिए यह संयुक्त व्यंजन का भी उदाहरण है।
विद्यार्थी, ग्रामीण, नमस्कार, ये शब्द संयुक्त व्यंजन के उदाहरण हैं। देखिए कैसे-
विद्यार्थी - इस शब्द में द्+य्+अ मिलकर एक व्यंजन का निर्माण कर रहा है, तथा र्+थ्+ई मिलकर एक अन्य व्यंजन का निर्माण कर रहा है।
ग्रामीण- इस शब्द में ग्+र्+आ मिलकर व्यंजन बनाते हैं।
नमस्कार- इस शब्द में स्+क्+आ मिलकर व्यंजन बनाते हैं।
अतः यह सब संयुक्त व्यंजन के उदाहरण हैं।
क्ष- ( क् + ष् + अ )
त्र- ( त् + र् + अ )
ज्ञ- ( ज् + ञ् + अ )
श्र- ( श् + र् + अ )
द्य- ( द् + य् + अ )
इनसे बनने वाले शब्द इस प्रकार हैं।-
कक्षा, ज्ञान, त्रिशूल, विद्या, श्रम, ये शब्द संयुक्त व्यंजनों के कुछ उदाहरण हैं।
इनके अतिरिक्त जब एक स्वर रहित आधा व्यंजन किसी दूसरे व्यंजन के साथ मिलकर नया शब्द बनाता है, तो वह भी संयुक्त व्यंजन कहलाता है। जैसे-
मूल्य = ( ल् + य् + अ)
अन्त = ( न् + त् + अ )
इन शब्दों में ' ल्य ' तथा ' न्त ' संयुक्त व्यंजनों के उदाहरण हैं।
इसी तरह मित्र दो व्यंजन वाले शब्दों को द्वित्व व्यंजन कहा जाता है। इसका अर्थ भी यही होता है, दो व्यंजन। वे व्यंजन जो अपने जैसे ही दूसरे व्यंजन के साथ मिलते हैं, वे द्वित्व व्यंजन कहलाते हैं। उदाहरण के लिए- पत्ता, चप्पल, गुस्सा।
ऊपर दिए गए शब्दों में त्ता, प्प, स्सा, द्वित्व व्यंजनों के उदाहरण हैं। इसमें त्+त्+आ, प्+प्+अ, स्+स्+आ व्यंजन मिले हुए हैं।
मित्र आपके प्रश्न के अनुसार ' उज्ज्वल ' द्वित्व व्यंजन का उदाहरण है क्योंकि यहाँ ' ज ' व्यंजन अपने आपको दोहरा रहा है। यही द्वित्व व्यंजन की सबसे बड़ी पहचान है। किंतु 'ज्ज्' द्वित्व व्यंजन यहाँ 'व' व्यंजन के साथ भी जुड़ रहा है। इसलिए यह संयुक्त व्यंजन का भी उदाहरण है।
विद्यार्थी, ग्रामीण, नमस्कार, ये शब्द संयुक्त व्यंजन के उदाहरण हैं। देखिए कैसे-
विद्यार्थी - इस शब्द में द्+य्+अ मिलकर एक व्यंजन का निर्माण कर रहा है, तथा र्+थ्+ई मिलकर एक अन्य व्यंजन का निर्माण कर रहा है।
ग्रामीण- इस शब्द में ग्+र्+आ मिलकर व्यंजन बनाते हैं।
नमस्कार- इस शब्द में स्+क्+आ मिलकर व्यंजन बनाते हैं।
अतः यह सब संयुक्त व्यंजन के उदाहरण हैं।