Please explain Muktak Chand .
मित्र छंद उन नियमों अथवा मात्राओं को कहते हैं जिनके अंतर्गत पद्य रचना की जाती है। छंद कई प्रकार के होते हैं- दोहा, चौपाई, सवैया, मुक्तक इत्यादि।
मुक्तक छंद जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह छंद सभी नियमों से मुक्त रहता है। मुक्तक छंद में लिखी जाने वाली कविताएँ नियमों तथा मात्राओं के बंधऩ से मुक्त होती हैं। उसमें मात्र विचारों को महत्व दिया जाता है, लय तथा ताल को नहीं।
उदाहरण- 'कन्यादान' कविता की पंक्तियाँ
माँ ने कहा पानी में झाँककर
अपने चेहरे पर मत रीझऩा
आग रोटियाँ सेंकने के लिए हैं
जलने के लिए नहीं
मुक्तक छंद जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह छंद सभी नियमों से मुक्त रहता है। मुक्तक छंद में लिखी जाने वाली कविताएँ नियमों तथा मात्राओं के बंधऩ से मुक्त होती हैं। उसमें मात्र विचारों को महत्व दिया जाता है, लय तथा ताल को नहीं।
उदाहरण- 'कन्यादान' कविता की पंक्तियाँ
माँ ने कहा पानी में झाँककर
अपने चेहरे पर मत रीझऩा
आग रोटियाँ सेंकने के लिए हैं
जलने के लिए नहीं