please give a short description of nana saheb's yogdan towards india's freedom
please it is urgent
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
1857 की क्रांति में नाना साहब का बड़ा योगदान था। अंग्रेजों ने नाना साहब को पेशवा मानने से इनकार कर दिया। तब नाना साहब ने अंग्रेजों के खिलाफ होकर अपने को स्वतंत्र घोषित कर दिया। उन्होंने छोटी-छोटीअनेक टुकडियाँ बनाई और स्वतंत्रता के लिए संग्राम किया। नाना साहब ने अंग्रेजों की ईंट से ईंट बजा दी। नाना के ऊपर अंग्रेजों ने इनाम रख दिया। नाना बहादुरी और देशभक्ति की भावना से इतने भरे हुए थे कि मरते दम तक वे अंग्रेजों से लोहा लेते रहे।
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1857 की क्रांति में नाना साहब का बड़ा योगदान था। अंग्रेजों ने नाना साहब को पेशवा मानने से इनकार कर दिया। तब नाना साहब ने अंग्रेजों के खिलाफ होकर अपने को स्वतंत्र घोषित कर दिया। उन्होंने छोटी-छोटीअनेक टुकडियाँ बनाई और स्वतंत्रता के लिए संग्राम किया। नाना साहब ने अंग्रेजों की ईंट से ईंट बजा दी। नाना के ऊपर अंग्रेजों ने इनाम रख दिया। नाना बहादुरी और देशभक्ति की भावना से इतने भरे हुए थे कि मरते दम तक वे अंग्रेजों से लोहा लेते रहे।