please give answer of question 1
प्रिय विद्यार्थी ,
अनुच्छेद लेखन
दहेज : एक अभिशाप
दहेज प्रथा कोई नई प्रथा नहीं है , यह बहुत पहले से चली आ रही है । इस प्रथा के पीछे लोभ की दुष्प्रवृत्ति है। दहेज प्रथा भारत के सभी-क्षेत्रों और वर्गों में व्याप्त है। कितनी बार देखा जाता है कि लड़की की शादी धन के अभाव के कारण नहीं हो पाती है। अनेक बार सुनने मे आता है कि अमुक लड़की ने आत्महत्या कर ली। अभी के परिवेश में यह बहुत बड़ी समस्या है ।
दहेज के दुष्परिणाम भी अनेक हैं । दहेज के लालच में कई मासूमों को मार डाला जाता है । इसके अलावा लड़कियों को बार-बार दहेज ना मिलने के लिए प्रताड़ित किया जाता है । कुछ लड़कियां इससे तंग आकर आत्महत्या कर लेती हैं । इस कारण से गरीब व्यक्ति अपने घर में बेटी नहीं चाहता है । दहेज प्रथा की बीमारी पढ़े-लिखे लोगों में अनपढ़ों की अपेक्षा अधिक फैली हुई है ।
अब बदलते समय के साथ सब कुछ बदलने की जरूरत है । इसके लिए लड़कियों को आत्मनिर्भर होना पड़ेगा । इसके अलावा खुद में हिम्मत और साहस को बढ़ाना होगा । इस प्रथा को खत्म करने मे युवा वर्ग की भूमिका हो सकती है ।
इस आधार पर आप अपना अनुच्छेद लिख सकते हैं ।
आभार ।
अनुच्छेद लेखन
दहेज : एक अभिशाप
दहेज प्रथा कोई नई प्रथा नहीं है , यह बहुत पहले से चली आ रही है । इस प्रथा के पीछे लोभ की दुष्प्रवृत्ति है। दहेज प्रथा भारत के सभी-क्षेत्रों और वर्गों में व्याप्त है। कितनी बार देखा जाता है कि लड़की की शादी धन के अभाव के कारण नहीं हो पाती है। अनेक बार सुनने मे आता है कि अमुक लड़की ने आत्महत्या कर ली। अभी के परिवेश में यह बहुत बड़ी समस्या है ।
दहेज के दुष्परिणाम भी अनेक हैं । दहेज के लालच में कई मासूमों को मार डाला जाता है । इसके अलावा लड़कियों को बार-बार दहेज ना मिलने के लिए प्रताड़ित किया जाता है । कुछ लड़कियां इससे तंग आकर आत्महत्या कर लेती हैं । इस कारण से गरीब व्यक्ति अपने घर में बेटी नहीं चाहता है । दहेज प्रथा की बीमारी पढ़े-लिखे लोगों में अनपढ़ों की अपेक्षा अधिक फैली हुई है ।
अब बदलते समय के साथ सब कुछ बदलने की जरूरत है । इसके लिए लड़कियों को आत्मनिर्भर होना पड़ेगा । इसके अलावा खुद में हिम्मत और साहस को बढ़ाना होगा । इस प्रथा को खत्म करने मे युवा वर्ग की भूमिका हो सकती है ।
इस आधार पर आप अपना अनुच्छेद लिख सकते हैं ।
आभार ।